स्ट्रीट फूड की बात की जाए तो मोमोज को कैसे भूला जा सकता है. आज के टाइम में ये बेहद पॉपुलर स्ट्रीट फूड में से एक है. जहां वेज मोमेज को सोया चंक्स और सब्जियों के साथ बनाया जाता है तो वहीं पनीर मोमोज भी लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं और नॉनवेज लवर्स के लिए चिकन मोमोज भी मार्केट में मिल जाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि मोमोज कैसे भारत में पॉपुलर हुए और सबसे पहले इनको बनाने की शुरुआत कहां पर हुई, यानी मोमोज कहां की ट्रेडिशनल डिश है. मोमोज को चाइनीज फूड समझते हैं तो आप भी गलत हैं. तो चलिए जान लेते हैं आपके फेवरेट फूड की शुरुआत और ये भारत में कैसे पॉपुलर होता चला गया है.

भारत में वैसे तो मोमोज के कई अलग-अलग स्वाद आपको मिल जाएंगे, लेकिन सबसे ज्यादा लहसुन की तीखी चटनी के साथ इसे खाया जाता है, लेकिन शुरुआत में ऐसा नहीं था. भारत आने के बाद धीरे-धीरे इसमें बदलाव होते गए. चलिए जान लेते हैं मोमोज की शुरुआत से लेकर इसका स्ट्रीट फूड तक का सफर.

इस देश की डिश है मोमोज

मोमोज लवर हैं और आपको लगता है कि ये एक चाइनीज फूड है तो आप गलत हैं. मोमोज का कनेक्शन तिब्बत से है. ये यहीं की ओरिजिनल डिश है. दरअसल यहां का मौसम ठंडा होता है, इसलिए यहां स्टीम्ड फूड खाने की शुरुआत हुई, क्योंकि इस तरह बनाई गई चीजें ज्यादा लंबे समय तक गर्म रहती हैं. वहीं मोमोज के नाम की बात करें तो तिब्बती भाषा में इसका मतलब होता है भाप में पकी हुई डंपलिंग. अब जान लेते हैं कि मोमोज कब और कैसे से आया भारत.

कैसे भारत पहुंचा मोमोज?

माना जाता है कि मोमोज तिब्बत से नेपाल और फिर भारत पहुंचा. इस तरह से धीरे-धीरे ये पहाड़ी क्षेत्रों के बाद आज मैदानी इलाकों में भी बच्चों से लेकर बड़ों के लिए एक बेहद पसंदीदा स्ट्रीट फूड है. मोमोज को लेकर इतिहासकारों के अलग-अलग मत हैं जैसे कुछ का मानना है कि 1960 के दशक में जब बड़ी संख्या में तिब्बती लोग भारत आए और यहां अलग-अलग हिस्सों में बसे तो मोमोज हमारे यहां की अलग-अलग जगहों जैसे दार्जिलिंग, सिक्किम, दिल्ली, धर्मशाला, लद्दाख जैसी जगहों पर पॉपुलर होने लगे. वहीं यह भी कहा जाता है कि काठमांडू के एक व्यापारी की तिब्बत यात्रा के बाद मोमोज की रेसिपी भारत आई.

चटनी के साथ मोमोज परोसना

लहसुन, लाल मिर्च की चटनी के साथ मोमोज भारत में सबसे ज्यादा पॉपुलर है तो वहीं आपको स्ट्रीट स्टॉल्स और रेस्टोरेंट में ग्रेवी से लेकर तंदूर मोमोज भी मिल जाएंगे. फिलहाल माना जाता है कि मोमोज को चटनी के साथ परोसने की शुरुआत नेपाल में हुई. इस तरह से मोमोज जिन जगहों पर पहुंचता गया वहां के लोकल टेस्ट से इंस्पायर होते हुए इसमें चेंजेस आए.

चीन की इन डिश से हैं इंस्पायर

चीन में भी स्टीम्ड खाना काफी पॉपुलर है, इसलिए कुछ इतिहासकार ये भी मानते हैं कि मोमोज चीन में बनने वाले ट्रेडिशनल व्यंजनों जियाओज़ी और बाओज़ी से इंस्पायर है. ये वेज और नॉनवेज दोनों तरह की डंपलिंग डिश होती हैं. इस तरह से स्थानीय स्वाद एड होते गए और मोमोज पॉपुलर स्ट्रीट फूड बन गया.

By Bobby

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